पाकिस्तान नहीं माना, हर सिख श्रद्धालु से लेगा 20-20 डॉलर

पाकिस्तान नहीं माना, हर सिख श्रद्धालु से लेगा 20-20 डॉलर



रतारपुर साहिब में जाने के लिए सिख श्रद्धालुओं से 20 डॉलर के शुल्क हटाने से पाकिस्तान ने इनकार कर दिया है. भारत ने करतारपुर साहिब कॉरिडोर को लेकर सहमति जता दी है और 23 अक्टूबर को इस समझौते पर हस्ताक्षर होंगे.


विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने सोमवार को 20 डॉलर के शुल्क लगाने पर निराशा जताई. हालांकि इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि भारत इस समझौते पर हस्ताक्षर करेगा. नियंत्रण रेखा पर दोनों देशों के बीच भारी गोलीबारी के बावजूद भारत ने इस पर हस्ताक्षर से इनकार नहीं किया है.


रवीश कुमार ने कहा, ''20 डॉलर का सेवा शुल्क निराशाजनक है लेकिन इस समझौते पर सहमति बन गई है. पाकिस्तान हर सिख श्रद्धालु से 20 डॉलर का सेवा शुल्क लेने पर अड़ा है.''


रवीश कुमार ने कहा कि लंबे समय से करतारपुर साहिब में सिख श्रद्धालुओं के लिए वीज़ा फ़्री एंट्री की बात चल रही थी. इसके साथ ही 12 नंवबर को गुरु नानक की जयंती से पहले इसे शुरू करने की बात थी. रवीश कुमार ने कहा कि सरकार ने पाकिस्तान को संदेश दे दिया है कि भारत इस पर हस्ताक्षर करने के लिए तैयार है.


भारत ने पाकिस्तान से अनुरोध किया था कि वो सिख श्रद्धालुओं से करतारपुर साहिब जाने के पैसे नहीं ले लेकिन पाकिस्तान ने भारत के अनुरोध को ठुकरा दिया है. कुछ अनुमानों के अनुसार पाकिस्तान एक दिन में कम से कम पाँच हज़ार सिख श्रद्धालुओं से एक लाख डॉलर कमाएगा. इससे पहले विदेश मंत्रालय ने कहा था कि जब तक पाकिस्तान सेवा शुल्क ख़त्म नहीं करता है तब तक भारत इस पर हस्ताक्षर नहीं करेगा. हालांकि बाद में भारत सरकार को इस पर झुकना पड़ा.


source bbc news